HINDI KAVITA
की तुम याद आये... की तुम याद आयेजाने क्यों मदहोश हुए,आज पवन के झोंके ,खुशबू ऐसी बही ,की तुम याद आये।। सबसे किनारा करके ,भुलने का भ्रम भी पाला,एक कदम…
की तुम याद आये... की तुम याद आयेजाने क्यों मदहोश हुए,आज पवन के झोंके ,खुशबू ऐसी बही ,की तुम याद आये।। सबसे किनारा करके ,भुलने का भ्रम भी पाला,एक कदम…
बिंदास बचपन... कुदरत ने मेरे संग एक खेल किया ,मेरा बचपन मुझसे छीन लिया ,चलना भी न आया था मुझे ,पता नहीं कब मैंने दौड़ लिया ,अपनों ने उम्मीद का…
प्रेम कविता जब मैं तुम्हारे गोद मे सर रखकर सोता था , मानो प्यासे पथिक को पानी मिल जाता था ।।उलझी हुई गेसुओ को जब अपनी उंगलियो से सुलझाता था…
love poems in Hindi मै कवि तो नही जो, तुम मेरी कल्पना होगी। मै चन्द्रमा तो नहीं , जो तुम पूनम की रात होगी।मै अँगूठी तो नहीं , जो तुम पत्थरो…
प्रेम कविता मर्ज बढाकर दवा का नाम छुपाती हो। अनजान बनकर अपनों का एहसास कराती हो। खामोश रहकर दिल में दस्तक दे जाती हो। कौन हो तुम जो मुझे इतना सताती हो। खुसबू बनकर…